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इन तिथियों को पांच संज्ञा में बांटा गया है। ये हैं - नंदा, भद्रा, जया, रिक्ता और पूर्णा। इनमें भी चतुर्थी, नवमी और चतुर्दशी को रिक्तातिथि की संज्ञा दी गई है। ये सभी संज्ञाएं अपने नाम के अनुसार शुभ-अशुभ फल देते हैं।

ऊपर हिन्दू पंचांग के अनुसार कल की तिथि की सूची देखें, आज की तारीख के ठीक आगे आपको तिथि और वार की जानकारी मिल जाएगी.

So, the 1st and very last Muhurat of the working day are affected because of the Lord Earth in the weekday and after that accompanied by the rest of the planets.

चतुर्थी/चौथ – शत्रुओं के नाश, विघ्नों के निवारण के लिए यह तिथि उपयुक्त है। इस तिथि पर यमदेव और भगवान श्रीगणेश का आधिपत्य हैं।

कृष्णमूर्ति पद्धति पर आधारित ज्योतिष विद्या

अगर आप एक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं तो उसमें यूट्यूब ना हो ऐसा होना असंभव है क्योंकि हर स्मार्टफोन में आपको बाय डिफॉल्ट...

निचे दी गई टेबल में कल की तारीख के बिलकुल सामने कल की तिथि देख सकते है.

निचे दी गई check here टेबल में आज की तारीख के ठीक सामने आज की तिथि देख सकते है.

भगवान महा विष्णु द्वादशी, धर्म त्रयोदशी

For the unversed, the Panchang is a calendar based upon the traditional models of the standard Hindu timekeeping technique that registers all the numerous moments (

महीने की सबसे अंधेरी रात अमावस्या का हिंदू धर्म में बहुत ही आध्यात्मिक महत्व है। हिंदू शास्त्र 'गरुड़ पुराण' के अनुसार, भगवान विष्णु ने घोषणा की थी कि अमावस्या के दिन किसी के पूर्वजों को धरती पर आना चाहिए। इस दिन उन्हें भोजन और प्रार्थनाएं देना महत्वपूर्ण है अन्यथा वे नाराज हो सकते हैं। अमावस्या एक दिन है जो आपके पूर्वजों के प्रति आपका सम्मान दिखाता है और उनका आशीर्वाद प्रदान करता है। इसके अलावा, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करना आपकी सभी इच्छाओं को पूरा कर सकता है,

Whether or not these timings coincide with essentially the most auspicious Choghadiya Muhurat, it is always far better to postpone the perform. five. How is good Choghadiya and poor Choghadiya determined?

हम जैसे-जैसे मॉर्डनाइजेशन यानी आधुनिकता की तरफ बढ़ते जा रहे हैं वैसे-वैसे हम अपनी संस्कृति, अपनी जड़ों से दूर होते जा रहे हैं। ऐसे में आपने अक्सर देखा होगा कि आज का शुभ मुहूर्त में विश्वास करने वाले लोगों को पिछड़ी सोच का माना जाता है। हालांकि अतीत में शुभ मुहूर्त में किए गए कामों की सफलता को कोई भी नकार नहीं सकता है। यही वजह है कि हम कितने भी मॉडर्न क्यों ना हो जाए हमें कुछ चीजों पर विश्वास बनाए रखने और उन पर आजीवन अमल करने की आवश्यकता होती है।

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